द न्यूज एनालिसिस की टीम ने जब मकोडिया पंचायत के ग्राम भगवानपुर में पड़ताल की, तो वहां एक बड़ा अवैध ईंट भट्टा सक्रिय मिला।
भोपाल। राजधानी भोपाल से लगे रायसेन जिले के कई इलाकों में अवैध ईंट भट्टों का काला कारोबार खुलेआम फल-फूल रहा है। खनिज और राजस्व विभाग की अनदेखी के चलते ईंट माफियाओं के हौसले इतने बुलंद हैं कि वे बिना किसी अनुमति, लीज या रॉयल्टी के लाखों रुपए की ईंटें रोज बना रहे हैं। इससे न सिर्फ शासन को करोड़ों का नुकसान हो रहा है, बल्कि पर्यावरण को भी गंभीर क्षति पहुँच रही है।
रायसेन के भगवानपुर में मिला बड़ा अवैध भट्टा
द न्यूज एनालिसिस की टीम ने जब मकोडिया पंचायत के ग्राम भगवानपुर में पड़ताल की, तो वहां एक बड़ा अवैध ईंट भट्टा सक्रिय मिला। भट्टे पर काम कर रहे मजदूरों ने बताया कि भट्टा सुधीर साहू नामक व्यक्ति संचालित कर रहा है और यहाँ श्री SS ब्रांड की ईंटें बड़े पैमाने पर तैयार की जा रही हैं। मजदूरों ने यह भी बताया कि यह भट्टा वर्षों से चल रहा है, लेकिन किसी अधिकारी ने कभी रोकने की कोशिश नहीं की।
बिना परमिशन, बिना रॉयल्टी- पूरी तरह अवैध संचालन
नियमानुसार ईंट भट्ठा स्थापित करने के लिए जरूरी हैं, शासन से अनुमति, खनिज विभाग की अनुमति पर्यावरण विभाग की NOC और पंचायत की स्वीकृति
लेकिन हमारी पड़ताल में पता चला कि भट्टा संचालक सुधीर साहू के पास इनमे से एक भी अनुमति नहीं है। भूमि से लाल मिट्टी की खुदाई बड़े पैमाने पर की जा रही है और लाखों ईंटें तैयार की जा रही हैं।
अधिकारियों की मिलीभगत का आरोप
स्थानीय लोगों के अनुसार, राजस्व व खनिज विभाग के अधिकारियों के संरक्षण के बिना इतने बड़े स्तर पर अवैध काम संभव ही नहीं है।
इसी वजह से कोई कार्रवाई नहीं होती, भट्टे सालों से चलते रहते हैं, और अवैध कारोबारियों की संख्या हर साल बढ़ती जा रही है। कुछ ठेकेदार एक जगह की अनुमति लेकर कई स्थानों पर भट्टे चलाते हैं, जबकि विभाग इसे रोकने में पूरी तरह असफल साबित हो रहा है।
इस संबंध में जब हमने जिला खनिज अधिकारी महेंद्र पटेल से टेलीफोनिक बातचीत की, तो उन्होंने स्वीकार किया कि क्षेत्र में अवैध ईंट भट्टों की शिकायतें मिलती रहती हैं और विभाग समय-समय पर छापेमार कार्रवाई भी करता है। जब उनसे विशेष रूप से सुधीर साहू के ‘श्री एसएस’ भट्टे के बारे में पूछा गया कि क्या इसके संचालन के लिए लीज या अनुमति दी गई है,
तो अधिकारी ने कहा, “इस भट्टे के संबंध में अभी मेरे पास स्पष्ट जानकारी नहीं है। अनुमति है या नहीं, इसकी जांच कर जानकारी उपलब्ध कराई जाएगी।”
इस मामले में मकोडिया ग्राम पंचायत के सचिव भारत सिंह से भी बात की गई। उन्होंने बताया कि पंचायत ने क्षेत्र में किसी भी ईंट भट्ठे को कोई अनुमति जारी नहीं की है।
सचिव ने कहा, “पंचायत के पास न तो अनुमति के लिए कोई आवेदन आया है और न ही भट्टा संचालक ने कोई सूचना दी है। सभी भट्टे बिना पंचायत की अनुमति के चल रहे हैं।”












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